tag:blogger.com,1999:blog-6106111973053802651.post1222143175577571516..comments2024-03-19T13:02:02.211+05:30Comments on Dr. Vartika Nanda: Media Educator & Prison Reformer: बहुत हुआDr Vartika Nandahttp://www.blogger.com/profile/15717526581949287288noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-6106111973053802651.post-88415147938634446712010-04-10T23:17:09.496+05:302010-04-10T23:17:09.496+05:30वर्तिका जी,
वन्दे!
'आखर कलश'पर आपकी अच्छी ...वर्तिका जी,<br />वन्दे!<br />'आखर कलश'पर आपकी अच्छी कविताएं पढ़ कर आपके ब्लाग पर आया हूं।यहां भ्रमण कर खूब और भरपूर आनंद आया।अच्छी कविताओं के अलावा भी बहुत कुछ पढ़ने मिला।आप तो बहुआयामी व्यक्तित्व की मालकिन हैँ।आपका रचना संसार भी बहुआयामी है!बधाई हो।<br />आपको उचित लगे तो मेरे ब्लाग पर भी पधारेँ,अच्छा लगेगा।<br />http//www.omkagad.blogspot.comओम पुरोहित'कागद'https://www.blogger.com/profile/13038563076040511110noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6106111973053802651.post-9188230076756521002010-03-21T18:52:31.274+05:302010-03-21T18:52:31.274+05:30वर्तिका जी,आपकी इस कविता को कई बार पढ़ा--हर बार इस...वर्तिका जी,आपकी इस कविता को कई बार पढ़ा--हर बार इसका एक नया अर्थ सामने आया---और इन पंक्तियों ने तो बहुत कुछ सोचने को मजबूर कर दिया---पर औरत होना खुद अपने जैसा होना !!!!! बेहतरीन कविता---डा0 हेमंत कुमार ♠ Dr Hemant Kumarhttps://www.blogger.com/profile/03899926393197441540noreply@blogger.com