साहित्य अमृत (मासिक): नवंबर, 2024: तिहाड़ जेल की बंदिनियां (रिपोर्ताज): पेज- 92- 95: ISSN: 2455-1171: UGC CARE List
साहित्य अमृत का नवंबर अंक (दीपावली विशेषांक) मेरे हाथों में है। वैसे परंपरागत तौर पर लेखक पहले अपने प्रकाशित लेख की बात करता है लेकिन मैं पहले आभार देना चाहूंगी। Laxmi Shankar Bajpai जी का, जिन्होंने मेरे आलेख को विशेष जगह दी और प्रभात प्रकाशन की टीम को जिसने पूरी मेहनत के साथ साहित्य अमृत को सतत सींचा है। Prabhat Prakashan
मेरा आलेख स्वाभाविक तौर पर जेल पर है। बीते सालों में मेरे लेखन के केंद्र में मीडिया और जेल ही है। यह आलेख तिनका तिनका तिहाड़ की उस यात्रा पर है जो 2013 में पहली बार सामाजिक फलक पर दिखाई दी थी। उससे पहले और उससे बाद जेल किसा तरह से मेरे मन और कर्म का हिस्सा रही है, उस पर सार्वजनिक तौर पर कम ही कहा है।
बहरहाल, तिनका तिनका फाउंडेशन ने 2023 में तिनका तिनका तिहाड़ (हिन्दी) का दूसरा अंक प्रकाशित किया। पहले संस्करण का विमोचन 2013 में देश के गृह मंत्री ने किया था। 2023 में इसका विमोचन तिहाड़ जेल की जेल नंबर 6 में हुआ। जेल महानिदेशक ने जब इसका विमोचन किया, तब इस किताब में कविता लिखने वाली एक बंदिनी उस वक्त भी जेल में थी।
तिनका तिनका तिहाड़ की यह किताब, दीवार, कैलेंडर और गाना बाद में देश की कई जेलों के लिए मील का पत्थर साबित हुआ।
इतना ही लिख पाउंगी।
यह जोड़ दूं कि यह सभी कोशिशें पूरी तरह से अवैतनिक हैं। इसमें किसी तरह का कोई आर्थक सहयोग नहीं। इन्हें अपने निजी खर्चों को काटकर जिया जाता है।
जिनकी इच्छा हो, वे इस किताब को पढ़ सकते हैं।