रानियां सब जानती हैं- डॉ. वर्तिका नन्दा
अपमान-अपराध-प्रार्थना-चुप्पी... से उपजर्जी वर्तिका नन्दा की ये कविताएं उन रानियों ने कही हैं, जिनके पास सारे सच, पर जुबां बंद। पलकें भीगीं। सांसें भारी। मन बेदम।
इन कविताओं को समाज में बिछे लाल कालीनों के नीचे से निकाल कर लिखा गया है- सुनंदा पुष्कर का जाना, बलात्कार की शिकार निर्भया, एसिड अटैक से पीड़ित या बदबूदार गलियों में अपने शरीर की बोली लगातीं या फिर बदायूं जैसे इलाकों में पेड़ पर लटका दी गई युवतियां इस संग्रह की सांसें हैं। ...
ये कविताएं प्रार्थनाएं हैं, जो हर उस तीसरी औरत की तरफ से सीधे रब के पास भेजी गई हैं। जवाब आना अभी बाकी है। इसलिए यह भाव अपराध के सीलन और साजिशों भरे महल से गुजर कर निकले हैं। वे तमाम औरतें जो मारी गई हैं, जो माती जा रही हैं या जिनकी बारी अभी बाकी है- उनकी दिवंगत, भटकती आत्माएं स्वरों से परिचित होंगी।
पुस्तकायन : रानियां सब जानती हैं
अपमान-अपराध-प्रार्थना-चुप्पी... से उपजीं वर्तिका नंदा की ये कविताएं उन रानियों ने कही हैं, जिनके पास सारे सच, पर जुबां बंद। पलकें भीगीं। सांसें भारी। मन बेदम..
जनसता नई दिल्ली | August 30, 2015 11:41 am
अपमान-अपराध-प्रार्थना-चुप्पी... से उपजर्जी वर्तिका नंदा की ये कविताएं उन रानियों ने कही हैं, जिनके पास सारे सच, पर जुबां बंद। पलकें भीगीं। सांसें भारी। मन बेदम।
इन कविताओं को समाज में बिछे लाल कालीनों के नीचे से निकाल कर लिखा गया है- सुनंदा पुष्कर का जाना, बलात्कार की शिकार निर्भया, एसिड अटैक से पीड़ित या बदबूदार गलियों में अपने शरीर की बोली लगातीं या फिर बदायूं जैसे इलाकों में पेड़ पर लटका दी गई युवतियां इस संग्रह की सांसें हैं।...
ये कविताएं प्रार्थनाएं हैं, जो हर उस तीसरी औरत की तरफ से सीधे रब के पास भेजी गई हैं। जवाब आना अभी बाकी है। इसलिए यह भाव अपराध के सीलन और साजिशों भरे महल से गुजर कर निकले हैं। वे तमाम औरतें जो मारी गई हैं, जो मारी जा रही हैं या जिनकी बारी अभी बाकी है उनकी दिवंगत, भटकती आत्माएं इनके स्वरों से परिचित होंगी।
कविता से कराया सच का सामना
गरिमा शर्मा
हाल ही में एक पुस्तक के विमोचन के साथ एक अनोखे अभियान की भी शुरुआत हुई। वरिष्ठ कथाकार वर्तिका नन्दा की पुस्तक 'रानियां सब जानती हैं' के विमोचन के साथ 'रानियां भी बोलें, कानून पट्टी खोलें' नाम से एक अभियान भी शुरू हुआ। यह पुस्तक उन रानियों पर लिखी गई कविताओं का संग्रह हैं जिनमें रानियों के पास सब कुछ था लेकिन कहने की आजादी नहीं थी। इनमें बताया गया है कि चोट सिर्फ शारीरिक नहीं, बल्कि सामाजिक और मानसिक भी होती है। इस अवसर पर एसिड हमलों की शिकार महिलाएं भी मौजूद थीं। उनमें से एक पीड़िता ने कविता का पाठ भी किया।
इस मौके पर वर्तिका नन्दा ने बताया, 'समाज में हर रानी के पास एक सच है, लेकिन इस सच की चावी किसी राजा के पास ही है। इस कविता संग्रह में कुछ
कविताएं जीबी रोड में वेश्यावृत्ति कर रही महिलाओं पर हैं, तो कुछ एसिड अटैक को झेल चुकी युवतियों पर। कविता उन पर लिखी गई है जो बदायूं जिले के एक गांव में पेड़ पर लटकी मिली थीं। वे सब किसी न किसी की रानियां थी, लेकिन उनके पास सच बोलने की आज नहीं थी।'
November 3, 2014
Vartika Nanda's presentation regarding domestic violence, organised not long back in New Delhi's CSOI, Chanakyapuri, marked the beginning of a national campaign to generate awareness about the issue.
The show was held to draw attention to her upcoming book "Raniyan Sab Jaanti Hai" which focuses on the issue of domestic violence inflicted on women in the upper crust of society. The evening saw dramatic performances of music, vocals, poetry and dance.
The presentation was based on poems from "Tinka Tinka Tihar", an anthology of poetry that includes writings by women inmates of Tihar jail, edited by Vartika Nanda and Vimla Mehra.
Kuchipudi dancer and choreographer Arunima Kumar focused on the idea of the silence of the domestic violence victim, with lines such as "Main maun rehna chahti hun" (I wish to remain silent). Her eyes perfectly illustrated the pain and anguish of the victim and they equally well described the power and rage of a woman. The poetry recitation's dramatic effect was further amplified by the addition of light folksy music and the striking of Arunima's feet with resounding ghungroos, that gave each verse a powerful expression. Vartika, who has been awarded the Stree Shakti Puraskar by the President of India, Pranab Mukherjee, for her exceptional work in promoting women's empowerment, said, "Women from upper classes of society may seem empowered but when they suffer from domestic violence, they too have nowhere to go. Through this book and performance I want to pose an important question for how long will we wait before breaking the silence on this issue?"
Arunima's dance performance echoed this message when she ended with her mouth covered with a piece of black cloth to signify the suppressed voices of victims of domestic violence.
Vartika added, "Raniyan or women from upper class families are just as helpless on the issue of domestic violence as women of lower strata are. Through this event I also want to bring out that our current anti-domestic violence act is very weak."
Citations and References: Raniyan Sab Janti Hain
1. Raniyan Sab Janti Hain। Podcast। Poetry। Literature ।Year 2015 ।Vartika Nanda।: March 8th 2024 https://youtu.be/kMur76e5KPE?si=1DPDjdcejCOeJUmU
Raniyan Sab Janti Hain: Rituraj Parampara Award: August 12th 2016 https://youtu.be/I474L81V7SU?si=OsyQkAlEl6oWOKpi
Book Release: Raniyan Sab Janti Hain: Vartika Nanda:World Book Fair: 2015: February 18th 2015 https://youtu.be/zl8V6qKulw0?si=ZQGkBveyJIk3Eumm
Raniyaan Sab Janti Hain। Year 2015। Vartika Nanda: August 4th 2015 https://youtu.be/mvHUnEk7gDE?si=xMIXrKCjePkXnvRa
92.7: Release: Raniyan Sab Janti Hain: Vartika Nanda: Dilli Meri Jaan: March 28th 2015 https://youtu.be/vlCzVQ4f3Dc?si=R4WT7CrZp7td4VfM
Journey: Raniyan Sab Janti Hain: March 19th, 2015: https://youtu.be/d7tSURwI45w?si=thCX5MkedW6P0Hvq
Websites: www.vartikananda.com/ www.tinkatinka.org
Website Link: Raniyan Sab Janti Hain – Vartika Nanda
Blog: www.vartikananda.blogspot.com
2 comments:
raniya sab janti h ,correct mam but there stories need to be spread so that people feel the pain they facing and help them hope through your stories people will get aware and the crime against them get stopped
This campaign will be very beneficial for the women who hide at home and dont come out and reply or complain about the bad way in which they are treated they no longer have to deal with it. They can come forward and share their experiences and get some mind relaxation and justice for the violence they endured . #tinkafoundation #vartikaanand #womenempowerment
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