Jul 3, 2024

Ranıyan Sab Jaanti Hain - Podcast: Vartika Nanda: Year 2015- 2024

 Ranıyan Sab Jaanti Hain - Podcast:  Vartika Nanda:  Year 2015- 2024

Review Of Dr Vartika Nanda Book Raniyan Sab Janti Hain - Amar Ujala Kavya - स्त्री मन के अथाह सागर का मंथन करती है वर्तिका नंदा कविता संग्रह  'रानियाँ सब जानती हैं' की कविताएं

Mar 8, 2024 Raniyan Sab Janti Hain।Podcas।t Poetry। Literature ।Year 2015 ।Vartika Nanda।

रानियों के पास सारे सच थे पर जुबां बंद। पलकें भीगीं। सांसें भारी। मन बेदम। रानियों की कहानी किसी दिन एक किस्सागो ने सुनी तो सोचा –उनकी बात जितनी कह सकूं, कह लूं।

मैं वही किस्सागो हूं। दर्द के उन किस्सों को मैंने कविता में कहने की कोशिश की है।

https://youtu.be/kMur76e5KPE?si=9ntij9xMuhu8VQLK



Promo-1

रानियां सब जानती हैं,गहरी वास्तविकता से हो कर गुज़री अनंत शब्दों की पीड़ा..

चीख़ें, कराहें, बेबसी क्रूरता,भद्दी गालियां,रिसते घाव ,अपराध की दुनियां.... 

कांपता सच, सुलगती चुप्पी, काग़ज़ों के पुलिंदे,भावनाओं की रद्दी,सत्ताओं के खेल, राजाओं की चौसर..

सब के सब उतरे कागज़ पर

रानियां सब जानती हैं 

डॉ. वर्तिका नंदा लिखित काव्य संग्रह का धारावाहिक वाचन..

वर्तिका नंदा यू ट्यूब चैनल पर.

YOUTUBE DESCRIPTION:Title- Raniyan Sab Jaanti Hain

Author- Vartika Nanda

Podcast & audio editing: Sukhnandan Bindra

वो रानी थी। पर कुछ ही दिनों में राजा को महल में एक नई रानी की दरकार हुई। रानी खुद ही महल से बाहर चली जाती तो आसानी होती पर ऐसा हुआ नहीं। तब राजा ने शतरंज की बिसात बिछाई। सिपहसालार जमा किए। राजा महल में लाना चाहता था - नई रानी। इसलिए जो रानी मौजूद थी, उस पर लगाए जाने लगे आरोप - महल पर कब्जे, बदमिजाजी और संस्कार विहीन होने के ! रानी तब भी बहुत दिनों तक डटी रही। कोई जान न पाया राजा महल में किन सुरंगों को खुदवा रहा था। रानी चुप रही। बड़ी दीवारों ने सोख लीं सिसकियां। दीवारों को आदत थी। उधर पिछले दरवाजे से नई रानी आ भी गई।

बाहर की दुनिया जान न पाई नई रानी के लिए पुरानी रानी को दीवार में चिनवाना कब हुआ और कैसे हुआ।

दीवार में चिनवा दी गई उसी रानी की है यह कहानी। जमाने गुजर जाएंगें पर रानी की इस चीख को आप भूल न पाएंगें क्योंकि सच को जानती हैं - रानियां। सिर्फ रानियां।

Vartika Nanda's book Raniyan Sab Janti Hain is a collection of poems on victims and survivors of various crimes. This book deals with the culture of silence and sets mood for gender discourse. It was listed amongst the TOP 5 books in the year 2015 by Femina.

This book was published by Vani Prakashan.

Editing and Voice over of this podcast series: Sukhnandan Bindra @sukhnandan_bindra

#raniyansabjantihain #vartikananda #vartikanandapoetry #tinkatinkafoundation #tinkajailradio

2015: This book was released during the International Book Fair at Lal Chowk Theatre, Pragati Maidan on 21st February, 2015. The panelists of the programme included Tejender Luthra (IPS), Laxmi Shankar Vajpayee, Shobha Vijender, Anuradha Prasad, Rashmi Singh (IAS) and Richa Anirudh.

2015: Raniyan Sab Janti Hain also produced a thematic representation of violence against women 'Sshhh...... A unique initiative which aimed to challenge the perception that domestic violence is limited to the lower strata of society and raise the question of whether the society and the system truly support women in breaking the silence, through a dramatic dialogue of dance, music and theatre with soaring live vocals and percussion. This was done with Arunima Kumar, a noted Kuchipudi dancer from UK. (This programme was organized for a special audience at CSOI, Chanakya Puri, New Delhi.)


released on 27 June 2024, Thursday. On Youtube:  https://youtube.com/shorts/N96pkUy-eEE?si=a1UTtOyBiSH-KP9K

Promo-2

रानियाँ सब जानती हैं,रानियों के पास सारे सच थे पर जुबां बंद। पलकें भीगीं। मन बेदम। राजा भूल जाते हैं, जब भी कोई विनाश आता है तो उसकी तह में होती है किसी रानी की आह। रानियाँ सब जानती हैं, वे जानती हैं, पत्थर की दीवारों में कोई रोशन दान नहीं और पायल की आवाज में इतना ज़ोर नहीं। चीखें यहीं दबेंगी, आंसू यहीं झपकेंगे, मकबरे यहीं बनेंगे, तारीखें यहीं बदलेंगी पर उनकी किस्मत नहीं। रानियाँ सब जानती हैं, पर चुप रहती है, बाहर वाले शायद ये नहीं जानते कि किले के अंदर बैठी रानी एलान कर चुकी है, थी.हू..रहूँगी। रानियाँ सब जानती हैं, काव्य संग्रह का धारावाहिक वाचन। वर्तिका नन्दा यूट्यूब चैनल पर।



YOUTUBE DESCRIPTION:Title- Raniyan Sab Jaanti Hain

Author- Vartika Nanda, Author Production & audio editing: Sukhnandan Bindra, Broadcaster

वो रानी थी। पर कुछ ही दिनों में राजा को महल में एक नई रानी की दरकार हुई। रानी खुद ही महल से बाहर चली जाती तो आसानी होती पर ऐसा हुआ नहीं। तब राजा ने शतरंज की बिसात बिछाई। सिपहसालार जमा किए। राजा महल में लाना चाहता था नई रानी। इसलिए जो रानी मौजूद थी, उस पर लगाए जाने लगे आरोप - महल पर कब्जे, बदमिजाजी और संस्कार विहीन होने के ! रानी तब भी बहुत दिनों तक डटी रही। कोई जान न पाया राजा महल में किन सुरंगों को खुदवा रहा था। रानी चुप रही। बड़ी दीवारों ने सोख लीं सिसकियां। दीवारों को आदत थी। उधर पिछले दरवाजे से नई रानी आ भी गई।

बाहर की दुनिया जान न पाई नई रानी के लिए पुरानी रानी को दीवार में चिनवाना कब हुआ और कैसे हुआ।

दीवार में चिनवा दी गई उसी रानी की है यह कहानी। जमाने गुजर जाएंगें पर रानी की इस चीख को आप भूल न पाएंगें क्योंकि सच को जानती हैं - रानियां। सिर्फ रानियां।

Vartika Nanda's book Raniyan Sab Janti Hain is a collection of poems on victims and survivors of various crimes. This book deals with the culture of silence and sets mood for gender discourse. It was listed amongst the TOP 5 books in the year 2015 by Femina. 

This book was published by Vani Prakashan.

#raniyansabjantihain #vartikananda #vartikanandapoetry #tinkatinkafoundation #tinkajailradio

2015: This book was released during the International Book Fair at Lal Chowk Theatre, Pragati Maidan on 21st February, 2015. The panelists of the programme included Tejender Luthra (IPS), Laxmi Shankar Vajpayee, Shobha Vijender, Anuradha Prasad, Rashmi Singh (IAS) and Richa Anirudh.

2015: Raniyan Sab Janti Hain also resulted in the production of a thematic representation of violence against women 'Sshhh...... A unique initiative which aims to challenge the perception that domestic violence is limited to the lower strata of society and raise the question whether the society and the system truly support women in breaking the silence, through a dramatic dialogue of dance, music and theatre with soaring live vocals and percussion. This was done in coordination with Arunima Kumar, a noted Kuchipudi dancer from UK. (This program was organized for a special audience at CSOI, Chanakya Puri, New Delhi.)


released on 30 June 2024 on YouTubehttps://youtube.com/shorts/CsYBAiYzooQ?si=B7I2BtghSxMyn3Es


Preface 

ानियाँ सब जानती हैं

याचक बनाते महिला आयोग उखडी सांसों की पुलिस की महिला अपराध शाखाओं ढुलमुल कचेरियो और बार-बार अपराध कर कूल चबूतरे से थपकिया पाते अपराध, सब जानकर भी चुप रह रही रानियाँ…

रानियाँ सब जानती हैं, पर चुप रहती है…

रानियाँ सब जानती हैं, पर मुस्कुराती है…

रानियों के पास सेना नहीं, सत्ता नहीं, राजपत भी नहीं लेकिन उनके पास सच है…

रानियाँ जो जानती है वो राजा नहीं जानते। राजा नहीं जानते दर्द के हिचकोले लेती यह आहे सियासतों, को तख्तों को मिट्टी में मिला देती है एक दिन…

रानियाँ सब जानती हैं…रानियाँ सब जानती हैं


YOUTUBE DESCRIPTION:Title- Raniyan Sab Jaanti Hain

Author- Vartika Nanda, Author Production & audio editing: Sukhnandan Bindra, Broadcaster

वो रानी थी। पर कुछ ही दिनों में राजा को महल में एक नई रानी की दरकार हुई। रानी खुद ही महल से बाहर चली जाती तो आसानी होती पर ऐसा हुआ नहीं। तब राजा ने शतरंज की बिसात बिछाई। सिपहसालार जमा किए। राजा महल में लाना चाहता था नई रानी। इसलिए जो रानी मौजूद थी, उस पर लगाए जाने लगे आरोप - महल पर कब्जे, बदमिजाजी और संस्कार विहीन होने के ! रानी तब भी बहुत दिनों तक डटी रही। कोई जान न पाया राजा महल में किन सुरंगों को खुदवा रहा था। रानी चुप रही। बड़ी दीवारों ने सोख लीं सिसकियां। दीवारों को आदत थी। उधर पिछले दरवाजे से नई रानी आ भी गई।

बाहर की दुनिया जान न पाई नई रानी के लिए पुरानी रानी को दीवार में चिनवाना कब हुआ और कैसे हुआ।

दीवार में चिनवा दी गई उसी रानी की है यह कहानी। जमाने गुजर जाएंगें पर रानी की इस चीख को आप भूल न पाएंगें क्योंकि सच को जानती हैं - रानियां। सिर्फ रानियां।

Vartika Nanda's book Raniyan Sab Janti Hain is a collection of poems on victims and survivors of various crimes. This book deals with the culture of silence and sets mood for gender discourse. It was listed amongst the TOP 5 books in the year 2015 by Femina. 

This book was published by Vani Prakashan.

#raniyansabjantihain #vartikananda #vartikanandapoetry #tinkatinkafoundation #tinkajailradio

2015: This book was released during the International Book Fair at Lal Chowk Theatre, Pragati Maidan on 21st February 2015. The panelists of the programme included Tejender Luthra (IPS), Laxmi Shankar Vajpayee, Shobha Vijender, Anuradha Prasad, Rashmi Singh (IAS) and Richa Anirudh.

2015: Raniyan Sab Janti Hain also produced a thematic representation of violence against women 'Sshhh...... A unique initiative which aimed to challenge the perception that domestic violence is limited to the lower strata of the society and raise the question whether the society and the system truly support women in breaking the silence, through a dramatic dialogue of dance, music and theatre with soaring live vocals and percussion. This was done with Arunima Kumar, a noted Kuchipudi dancer from UK. (This programme was organized for a special audience at CSOI, Chanakya Puri, New Delhi.)


Released on 5july 2024 on youtube: https://youtube.com/shorts/U5HsKBTEq7g?si=HUG__BNBNds1jePH

महिला आयोग,

पुलिस की महिला अपराध शाखाओं,

पिलपिली कचहरियों,

सुस्ताते कानून

और

बार-बार अपराध कर

गोल चबूतरे से ताकत पाते

तमाम अपराधियों के लिए

जिन्हें जान कर भी चुप रहीं

रानियां  

LINK:https://x.com/vartikananda/status/1809228739554976194

15 august 2024
लड़कियां अपना पता खुद बनाती हैं

लड़कियां अपना पता खुद होती हैं

लड़कियों से ही बनते हैं देश के नक्शे

लड़कियों से ही लिखी जाती हैं इबारतें

जहां लड़कियां मुस्कुराती हैं

वहीं से शुरू होती है

आजादी क्योंकि आजादी की आंखें होती हैं लड़कियां

~वर्तिका नन्दा (रानियां सब जानती हैं)

Sep 18, 2024



YOUTUBE DISCRIPTION :
#crimeagainstwomen #vartikananda #raniyansabjantihain
#vartikananda  #raniyansabjantihain #crimeagainstwomen
Title: Raniyan Sab Jaanti Hain
Author: Vartika Nanda
Production & audio editing: Sukhnandan Bindra, Broadcaster
Series: Taken from page number 7 of #raniyansabjaantihain

वो रानी थी। पर कुछ ही दिनों में राजा को महल में एक नई रानी की दरकार हुई। रानी खुद ही महल से बाहर चली जाती तो आसानी होती पर ऐसा हुआ नहीं। तब राजा ने शतरंज की बिसात बिछाई। सिपहसालार जमा किए। राजा महल में लाना चाहता था – नई रानी। इसलिए जो रानी मौजूद थी, उस पर लगाए जाने लगे आरोप – महल पर कब्जे, बदमिजाजी और संस्कार विहीन होने के! रानी तब भी बहुत दिनों तक डटी रही। कोई जान न पाया राजा महल में किन सुरंगों को खुदवा रहा था। रानी चुप रही। बड़ी दीवारों ने सोख लीं सिसकियां। दीवारों को आदत थी। उधर पिछले दरवाजे से नई रानी आ भी गई।

बाहर की दुनिया जान न पाई – नई रानी के लिए पुरानी रानी को दीवार में चिनवाना

Vartika Nanda’s book-Raniyan Sab Janti Hain- is a collection of poems on victims and survivors of various crimes. This book deals with the culture of silence and sets mood for gender discourse. It was listed amongst the TOP 5 books in the year 2015 by Femina.

Website:www.vartikananda.com
https://en.wikipedia.org/wiki/Vartika...
Dr. Vartika Nanda is a prison reformer using the best practices of journalism and academia for prison reforms. She is the founder of Tinka Tinka Foundation, which works for improving prison life, including the introduction of prison radio in District Jail, Agra and the jails of Haryana. She has authored three books on prisons. Her Tinka Tinka Jail Radio Podcasts are exclusive podcasts dedicated to Indian prisons. President of India conferred the Stree Shakti Puraskar on her in 2014 for her contribution to women empowerment through media and literature. Her name has also been included in the Limca Book of Records twice for her unique work on prison reforms. Her work on prisons was taken cognizance by the Supreme Court of India in 2018. Currently, she heads the Department of Journalism, Lady Shri Ram College, Delhi University.


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