फरवरी 20,2014, तिनका तिनका तिहाड़ की गूंज आज प्रगति मैदान में खूब सुनाई दी। अवसर था - ऩई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला 2014, लेखक मंच, हॉल नं 18, प्रगति मैदान, नई दिल्ली।
तिनका तिनका तिहाड़ के बारे में – तिनका तिनका तिहाड़ विमला मेहरा और वर्तिका नन्दा की संपादित काव्य संग्रह है। यह किताब पहली ऐसी किताब है जिसमें महिला कैदियों की लिखी किताबों का संकलन किया गया है। तिहाड़ दक्षिण एशिया की सबसे बड़ी जेल है और यहां 6 नंबर में महिला कैदी हैं। इस किताब का विमोचन देश के गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने किया था औऱ यह किताब लगातार चर्चा में हैं। इसकी शुरूआत एक कविता संग्रह के तौर पर हुई और इसके केंद्र में महिला कैदी रहीं। बाद में इसी शीर्षक से वर्तिका नन्दा औऱ विमला मेहरा ने एक गाना भी लिखा जिसे तिहाड़ के पुरूष कैदियों ने गाया है।
आज के कार्यक्रम में भी कई नए प्रयोग किए गए। शुरूआत में कैदियों के हाथों का बनाया कैलैंडर रिलीज किया गया और अरूणिमा कुमार ने एक कविता की अभिनयात्मक प्रस्तुति की। कार्यक्रम के लिए बने लेखक मंच को कैदियों के हाथों बने सामान से इस तरह सजाया गया था कि मंच तिहाड़ का ही हिस्सा लग रहा था । इस अवसर पर कैदियों के बनाये गए कागज़ पर बनाए उनके चित्रों का एक कैलेंडर और बुक-मार्क भी आगंतुकों को उपहार में दिया गया ।
बड़े उत्साह के साथ जानी-मानी पत्रकार और लेखिका वर्तिका नन्दा ने पूरे कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की थी । कार्यक्रम का खास आकर्षण विमला मेहरा व वर्तिका नन्दा के लिखे गीत “तिनका तिनका तिहाड़” था। साथ ही संगीत, वीडियो और कैदियों के छायाचित्रों का भी उसमें समायोजन बड़े ही रोचक ढंग से किया गया था । विमला मेहरा व वर्तिका नन्दा (सम्पादक-युगल ) ने “तिनका तिनका तिहाड़” पुस्तक की कल्पना और उससे जुड़ी यादों को भी इस कार्यक्रम में साझा किया ।
Pictures by: Bharat Tiwari
कार्यक्रम एशिया की सबसे बड़ी तिहाड़ जेल के एक सफर जैसा था आज के मुख्य वक्ता थे - कमर वहीद नकवी।
असल मे यह किताब लगातार प्रयोग करती रही है औऱ आने वाले दिनों में वर्तिका और विमला तिनका तिनका तिहाड़ पर फिर एक नया प्रयोग करने जा रही हैं. कार्यक्रम के कोरियोग्राफर: अरुणिमा कुमार और डिजाइनर: अभिनीत सिंह।पहले आओ आधार पर 100, नि: शुल्क प्रवेश पास भी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए लोगों को दिए गए ।पाठकों ने विशेष रियायती मूल्य पर “तिनका तिनका तिहाड़” की लेखक द्वारा हस्ताक्षरित प्रतियाँ भी खरीदीं ।
किताब के बारे में यहां भी पढ़ा जा सकता है –
http://www.shabdankan.com/2014/01/Tinka-Tinka-Tihar-Vartika-Nanda.html
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