Dec 1, 2014
Nov 8, 2014
Oct 28, 2014
Oct 26, 2014
Mar 23, 2014
2014: Tinka Tinka on the Wall
Feb 14, 2014
2014: International Book Fair: Delhi: विश्व पुस्तक मेला में 'तिनका तिनका तिहाड़'
तिनका तिनका तिहाड़ : एक परिचय - तिनका तिनका तिहाड़ विमला मेहरा और वर्तिका नंदा का संपादित काव्य संग्रह है। यह पहली ऐसी किताब है जिसमें तिहाड़ की महिला कैदियों की लिखी कविताओं का संकलन किया गया है। तिहाड़ दक्षिण एशिया की सबसे बड़ी जेल है। इस किताब का विमोचन देश के गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने किया था और यह किताब लगातार चर्चा में है। इसकी शुरुआत एक कविता संग्रह के तौर पर हुई और इसके केंद्र में महिला कैदी रहीं। बाद में इसी शीर्षक से वर्तिका नंदा और विमला मेहरा ने एक गाना भी लिखा जिसे तिहाड़ के कैदियों ने गाया है।
पुस्तक मेला में आयोजित कार्यक्रम में भी कई नए प्रयोग किए गए। शुरुआत में कैदियों के हाथों का बनाया गया कैलेंडर रिलीज किया गया और अरुणिमा कुमार ने एक कविता की अभिनयात्मक प्रस्तुति की। कार्यक्रम के लिए बने लेखक मंच को कैदियों के हाथों बने सामान से इस तरह सजाया गया था कि मंच तिहाड़ का ही हिस्सा लग रहा था। इस अवसर पर कैदियों के बनाए गए कागज और उनके बनाए चित्रों का एक कैलेंडर और बुक-मार्क भी आगंतुकों को उपहार में दिया गया।
जानी-मानी पत्रकार और लेखिका वर्तिका नंदा ने पूरे कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की थी। कार्यक्रम का खास आकर्षण विमला मेहरा व वर्तिका नंदा के लिखे गीत 'तिनका-तिनका तिहाड़' था। साथ ही संगीत, वीडियो और कैदियों के छायाचित्रों का भी उसमें समायोजन बड़े ही रोचक ढंग से किया गया था। विमला मेहरा व वर्तिका नंदा (संपादक-युगल) ने 'तिनका-तिनका तिहाड़' पुस्तक की कल्पना और उससे जुड़ी यादों को भी इस कार्यक्रम में साझा किया।
कार्यक्रम एशिया की सबसे बड़ी तिहाड़ जेल के एक सफर जैसा था। मुख्य वक्ता थे- कमर वहीद नकवी।
असल में यह किताब लगातार प्रयोग करती रही है और आने वाले दिनों में वर्तिका और विमला 'तिनका तिनका तिहाड़' पर फिर एक नया प्रयोग करने जा रही हैं। कार्यक्रम के कोरियोग्राफर : अरुणिमा कुमार और डिजाइनर : अभिनीत सिंह। पहले आओ आधार पर 100 नि:शुल्क प्रवेश पास भी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए साहित्यप्रेमियों को दिए गए। पाठकों ने विशेष रियायती मूल्य पर 'तिनका तिनका तिहाड़' की लेखक द्वारा हस्ताक्षरित प्रतियां भी खरीदीं।
Jan 29, 2014
Jan 23, 2014
Jan 10, 2014
2014: Tinka Tinka Tihar: When women prisoners wrote for Shukravar
Date and Year: 10th January 2014
Content: Tinka Tinka Tihar
Editors: Vartika Nanda and Vimla Mehra
Poetry: 4 inmates of Tihar
This article, published on January 9, 2014 features six poems written by the inmates of the largest prison complex in South Asia namely ‘Kaid Pinjare ki’ by Rama Chauhan, ‘Azaadi’ by Riya Sharma, ‘Aas’ and ‘Mera Ghar’ by Seema Raghuvanshi and ‘Paap’ and ‘Mein Maun Rehna Chahti Hun’ by Aarti.
The feature started as a part of the prison reform initiative by Dr Vartika Nanda, a journalist, media educator and a prison reformer who believes that “writing can be a therapeutic and empowering tool for the inmates.
Jan 7, 2014
2013: Tinka Tinka Tihar: Book Released: | तिनका तिनका तिहाड़
Tinka Tinka Tihar, the book that was launched by the former Home Minister of India, Sushil Kumar Shinde, at an international conference in New Delhi in 2013, has become the voice of the women behind bars of Tihar Jail, spreading its wings across a print medium. The book is a joint effort of Dr. Vartika Nanda, a media educator and prison reformer, and Vimla Mehra, Director General of Tihar Jail.
It is a rare attempt to provide a creative outlet for women who are confined in jail and share their emotions through poetry and has received recognition from the Limca Book of Records in 2015. It has been translated and published in six languages: English, Hindi, Tamil, Malayalam, Gujarati, and Italian, and has inspired a song called Tinka Tinka Tihar, sung by the inmates of Tihar jail, which also made it to the Limca Book of Records.