On the occasion of Independence Day, Indian prisons are set to release numerous inmates as part of the Azadi Ka Amrit Mahotsav initiative. Introduced last year in three phases, this remission program reaches its final stage on the 77th Independence Day celebration. Certain categories of prisoners will receive special remission, allowing them to have an early release from their sentences. This noble move allows them to relish their freedom and turn a fresh page for an aspiring future.
Adding to the prisoners' sense of liberty is the "Tinka Tinka Jail Radio," a medium that builds a creative connection to the outside world. The Tinka Tinka podcasts, narrate and document tales of prison reform. It is conceived, narrated, and produced by Dr. Vartika Nanda, a prominent prison reformer and media educator. These episodes are available on both YouTube and Spotify.
The distinctive tune of the "Tinka Tinka" podcast is composed by three inmates of District Jail, Dehradun, who have been invaluable contributors to the podcast's journey.
मुगलों के जमाने में बने जिला जेल, आगरा में स्थापित रेडियो बंदियों की जिंदगी का सहारा बन गया है। ठीक चार साल पहले 31 जुलाई को इस रेडियो का शुभारंभ एसएसपी बबलू कुमार, जेल अधीक्षक शशिकांत मिश्रा और तिनका तिनका की फाउंडेशन संस्थापिका वर्तिका नन्दा ने किया था। जेल रेडियो की परिकल्पना और उसका प्रशिक्षण वर्तिका नन्दा ने करवाया था। उस समय आईआईएम बेंगलुरु से स्नातक महिला बंदी – तुहिना और स्नातकोत्तर पुरुष बंदी- उदय को रेडियो जॉकी बनाया गया था। बाद में एक और बंदी- रजत इसके साथ जुड़ा। तुहिना उत्तर प्रदेश की जेलों की पहली महिला रेडियो जॉकी की जेल बनी। रेडियो के लिए स्क्रिप्ट बंदी ही तैयार करते हैं।
जिला जेल, आगरा के नए अधीक्षक हरिओम शर्मा के नेतृत्व में इस जेल में अब बंदियों का चयन होगा और उन्हें रेडियो जॉकी की ट्रेनिंग दी जाएगी। ट्रेनिंग का काम तिनका तिनका फाउंडेशन करेगी। यह काम अगस्त में शुरू होने की संभावना है।
Dr. Suchit Narang, Rohit Verma, and Arun, the Tinka Tinka team from Doon Jail Radio, Dehradun have come together to celebrate Nelson Mandela Day. This year the theme was Dreams in Jails. This special episode of Tinka Tinka Jail Radio is a tribute to the undying spirit of Nelson Mandela who spent 27 years of his life in jail. Later on, as the President of South Africa, he strongly cemented the ideas on Human Rights.
Tinka Tinka podcasts are the only podcasts in India that narrate and document stories of prison reforms. Conceived, narrated, and produced by prison reformer and media educator Dr. Vartika Nanda, these exclusive episodes are available on YouTube and Spotify. The signature tune of the song of the Tinka Tinka has been created by 3 inmates lodged in District Jail, Dehradun. They have been an integral part of the podcast journey.
उत्तर प्रदेश की डासना जेल से उत्तराखंड की देहरादून जेल तक वो गाना जो बंदियों के सृजन का साक्षी बना। इसे सुनिए। सबको सुनाइए।
साल 2016 में यूपी की डासना जेल में सृजनात्मक कारीगरी का एक गाना बुना गया था, जिसके बोल थे- टूटे अपनी आस न यह है अपना डासना'. जिला जेल, डासना के 13 कैदियों द्वारा गाया गया यह गाना उन लोगों को आवाज देता है जो अपने जीवन में बदलाव लाना चाहते हैं. जेल सुधार विशेषज्ञ वर्तिका नंदा द्वारा परिकल्पित, लिखित और निर्देशित इस गीत को डासना जेल की दीवार के सामने फिल्माया गया था. अब साल 2023 में यह गाना पहुंचा है- गुजरात की केंद्रीय जेल, साबरमती। इस बार महेंद्र प्रजापति नामक बंदी ने इस गाने को अपने स्वर दिए. उन्होंने अपने अंदाज में इस गाने को गाकर इसे जीवित रखने का अनूठा प्रयास किया है. पॉडकास्ट के इस अंक में आप महेंद्र प्रजापति की आवाज में सुनिए... 'टूटे अपनी आस न यह है अपना डासना'
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