Dec 13, 2019

बंदी और जेलकर्मी हुए सम्मानित

जिला जेल में रविवार को पांचवे अखिल भारतीय तिनका तिनका अवॉर्ड 2019 समारोह का आयोजन हुआ। इस बार यहां हुई पेंटिंग प्रतियोगिता की थीम 'जेल में रेडियो'



जिला जेल में रविवार को पांचवे अखिल भारतीय तिनका तिनका अवॉर्ड 2019 समारोह का आयोजन हुआ। इस बार यहां हुई पेंटिंग प्रतियोगिता की थीम 'जेल में रेडियो' थी। बिलासपुर जेल के अजय ने पेंटिंग में प्रथम स्थान, केन्द्रीय जेल के अजय फूल सिंह ने दूसरा, सहारनपुर जेल के निगम पवार, बरेली के बंदी दिनेश कुमार को तीसरा स्थान हासिल किया।

इन सभी को डीजी जेल आनंद कुमार, पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह और तिनका-तिनका संस्था की संस्थापक वर्तिका नंदा ने पुरस्कृत किया।

इसके अलावा बांदा के जेलर रंजित कुमार सिंह, लखनऊ के संतोष कुमार सिंह, कौशाम्बी के बीएस मुकंद, मैनपुरी के ब्रजेश कुमार, नारी बंदी निकेतन की शबाना निगार, महाराष्ट्र से समाकांत चन्द्रकांत शडगे, कपूरथला से सुरेन्द्रपाल खन्ना, अलवर से भगतलाल मीना, लखनऊ जिला कारागार के सुपरिटेंडेंट को सम्मानित किया गया।

इस मौके पर संस्था की संस्थापक वर्तिका नंदा की किताब 'तिनका-तिनका डासना' का भी विमोचन किया गया।

3 comments:

Paayel Verma said...

सम्मान और प्रोत्साहन की तलाश प्रत्येक व्यक्ति को होती है।
बंदी और जेल प्रशासन दोनों ही सम्मान और प्रोत्साहन के अपेक्षा करते हैं।
तिनका तिनका मुहिम हर साल तिनका तिनका अवार्ड का आयोजन करता है। तिनका तिनका अवार्ड में बंदियों को उनकी कला के प्रदर्शन के लिए और जेल प्रशासन को उनके जेल सुधार कार्य करने के लिए दिया जाता है।
तिनका तिनका अवार्ड बंदियों का और जेल प्रशासन के मनोबल को उजागर करता है। तिनका तिनका मुहिम बंदियों और जेल प्रशासन को सम्मान देता है।

Ananya said...

This is a great initiative by Tinka Tinka. This award will give incentive to inmates to develop their talents and creativity. The work of Dr. Vartika Nanda, the founder of the movement of prison reforms in India, is a testament to the idea that rehabilitation and not punishment is the answer. I hope new categories are also added to the awards. It is also very good to know that organizations are recognizing the hard work of prison staff and administrations. It will motivate them to do better. #awards #tinkatinka #vartikananda #prisonreforms

Ananya said...

This is a great initiative by Tinka Tinka. This award will give incentive to inmates to develop their talents and creativity. The work of Dr. Vartika Nanda, the founder of the movement of prison reforms in India, is a testament to the idea that rehabilitation and not punishment is the answer. I hope new categories are also added to the awards. It is also very good to know that organizations are recognizing the hard work of prison staff and administrations. It will motivate them to do better. #awards #tinkatinka #vartikananda #prisonreforms #awards